12 Best mulmantra of success in life-जीवन में सफलता के 12 बेस्ट मूलमंत्र

इस लेख में 12 Best mulmantra of success in life-जीवन में सफलता के 12 बेस्ट मूलमंत्र को बताने से पहले हम आपको बताना चाहते हैं कि, संसार में कुछ ऐसी घटनाएं एवं आविष्कार हुए, जिनके खोजकर्ताओं को लोग पागल समझते थे। लेकिन वे लोग ही इतिहास रच गए।

हमारी जिंदगी को इतना सुविधाजनक बना गए, वे हमारे लिए आदर्श बन गए। आज हम सफल होने के लिए ऐसे लोगो को ही प्रेरणा स्रोत मानते है।

अगर आप सफल होना चाहते हैं, तो उनके जैसा जिद्दी बनना होगा। अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पागलपन की हद तक जाना होगा। त्याग करना पड़ेगा।  तभी जाकर हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर पाएंगे और एक उदाहरण पेश कर पाएंगे।

आज के समय में लोग कहते हैं कि प्रतियोगिता इतनी बढ़ गई है कि सफल होना इतना आसान नहीं है। हमें ऐसे बहुत से उदाहरण मिल जायेंगे। जो अथक प्रयास के बावजूद भी जीवन में असफल और हार का मुंह देखते हैं। यह बात वास्तव में सही है।

आज के समय में भी लोग सफलता प्राप्त कर रहे हैं और देखा जाए तो सफलता पर किसी का जन्म सिद्ध अधिकार नहीं होता है।बल्कि अपने अभ्यास और योजनाबद्ध तरीके से विशेष प्रयत्न के माध्यम से हम सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

कुछ ऐसे लोग भी हैं जो सफलता आसानी से प्राप्त कर लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं? ऐसी सफलता को बरकरार रखने के लिए उन्हें काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।  और कभी-कभी वे लोग आसानी से प्राप्त सफलता को बरकरार नहीं रख पाते हैं।

जिस सफलता को प्राप्त करने में हमें काफी संघर्ष और धैर्य का सामना करना पड़ता हैं।  वह हमारे लिए स्थाई होती है। इसलिए सफलता प्राप्त करने में कभी छोटा रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। यहां हम आपको सफलता के 12 बेस्ट मूल मंत्र बताएंगे। जिसको अपनाकर जीवन में सफलता निश्चित रूप से प्राप्त की जा सकती है।

जीवन में सफलता के 12 बेस्ट मूलमंत्र

12 Best mulmantra of success in life-


1. चुनौतियों का सामना करें:-

आप जीवन में छोटा से छोटा कार्य करना चाहेंगे। तो उसके लिए आपको मेहनत करना पड़ता है। यदि आप अपने शरीर को स्वस्थ रखना चाहेंगे, तो उसके लिए शारीरिक श्रम करना पड़ेगा, पसीना बहाना पड़ेगा। तो आप समझ लीजिए जीवन में सफल होने के लिए और लोगों में अपनी पहचान बनाने के लिए निश्चित रूप से शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार रहना पड़ेगा। और अपने संघर्ष की निरंतरता को बनाए रखना पड़ेगा।


2. अच्छे लोगों की संगत:-

किसी ने सही कहा है, कि ” बुरी संगत उस कोयले के समान होती है, जो गर्म हो तो हाथ को जला देती है और ठंडा हो तो काला कर देती है। “


इसलिए हमें हमेशा अच्छे लोगों की संगत में रहना चाहिए। जिनसे हमें और जिनको हमसे कुछ सीखने को मिले। कुछ लोग ऐसे होते हैं, जिनका जीवन में कोई लक्ष्य नहीं रहता है। ऐसे लोग हमेशा काम करने वाले लोगों का समय बर्बाद करते हैं। उनको लक्ष्य से भटकाने का काम करते हैं। ऐसे लोगों से हमें दूरी  बनाकर रखना चाहिए।

3. अच्छा श्रोता ही अच्छा वक्ता:-

हम हमेशा सुनते आए हैं, कि एक अच्छा श्रोता ही अच्छा वक्ता हो सकता है। और आपने इसको महसूस भी किया होगा। जब हम किसी की बात को गौर से सुनते हैं, तो उसका जवाब देने के लिए हमारे पास अच्छे शब्द होते हैं। आपने टीवी में भी ऐसे कई अच्छे वक्ताओं का साक्षात्कार देखा होगा। वे लोग सामने वाले की बात या समस्याओं को काफी धैर्य के साथ सुनते हैं। उसके बाद ही अपने जवाब देते हैं।


जब आप किसी से बात करते हैं तो उसको बोलने का मौका दें। उसकी बातों को ध्यान से सुने, उसकी बातों में दिलचस्पी लें, उनकी बातों को बीच में ना काटे। इससे एक तो आपका व्यक्तित्व दूसरों के सामने निखर कर आता है। और लोग आपके व्यक्तित्व से काफी प्रभावित भी होते हैं। ऐसे लोगों से जुड़ना सभी लोगो को पसंद है।

4. सहयोग का हाथ बढ़ाएं:- 

सफलता का मापदंड क्या है? क्या आप काफी पैसे कमाकर सफल लोगों की श्रेणी में आ सकते हैं। आप अपने उद्यम में सफल कहे जा सकते हैं? लेकिन जीवन में सफलतम  लोगों में नहीं गिने जाएंगे।


जीवन में सफल होने के मापदंड में केवल अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेना शामिल नहीं है। उसमें और कई मापदंड को शामिल किया जाता है। इसमें अन्य लोगों के प्रति आपकी सोच क्या है? आप दूसरे असमर्थ लोगों के लिए कितना उपयोगी है। आपका मानवीय दृष्टिकोण कैसा है? यह सब शामिल किया जाता है।

इसलिए जो लोग इस पर खरा उतरते हैं। उनको वास्तव में जीवन में सफलतम ब्यक्तियों की श्रेणी में रखा जाता है। इसलिए हमें हमेशा सहयोग का हाथ बढ़ाना चाहिए।

5. शालीनता को जीवन में उतारें:-

अगर आप विद्यार्थी हैं। अथवा आप उद्यमी हैं। या बनाना चाहते हैं, तो अपने जीवन में शालीनता को धारण करें। ऐसे लोग हमेशा सही समय पर ही बोलना पसंद करते हैं। और गलत समय पर खुद को बोलने से रोकते हैं। ऐसे लोग ही जीवन में सफल होते हैं।


अगर आप गुस्सैल प्रवृति के हैं, तो अपने इस रूप को बदलिए। और शालीनता को धारण कर अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होने का प्रयास करिए।

6. अपनी कमियों को स्वीकारें:-


यह एक विश्वब्यापी सत्य है, कि कोई भी मनुष्य परिपूर्ण (Perfect) नहीं है। हर व्यक्ति में कुछ न कुछ कमियां मौजूद होती है।

वेलकम फोर्ब्स के शब्दों में-” असफलता,  सफलता है, यदि हम उनसे सीख ले तो।”

जो व्यक्ति अपनी कमियों को पहचान पाता है, और उसे स्वीकार करना प्रारंभ कर देता है। वह अपने लक्ष्य की ओर अग्रसर होने लगता है। इसलिए अगर आप वास्तव में सफल होना चाहते हैं, तो चिंतन शुरू कर दीजिए। अपनी कमियों की लिस्ट बनाइए, और उन कमियों को दूर करना प्रारंभ कर दीजिए।


इन कमियों को दूर करने का काम 1 दिन या निश्चित समय सीमा में बँधा नहीं है। बल्कि आप 10 कमियों को दूर करेंगे, तो कुछ नई प्रकार की कमियां और दिखने लगेंगी। लेकिन आप ऐसा करके और लोगों से बेहतर स्थिति में पहुंच जाएंगे। और ऐसे ही कमियों को दूर करने के निरंतरता को बनाए रखेंगे तो एक दिन आप अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे।

7. खुद पर विश्वास रखें:- 

हम सभी लोग अपना लक्ष्य बनाते हैं। और उसे पाने के लिए परिश्रम करते हैं। लेकिन क्या केवल परिश्रम मात्र से लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है? बिल्कुल नहीं,  बल्कि लक्ष्य प्राप्त करने के लिए हमें परिश्रम करना पड़ता है।


खुद पर विश्वास रखना पड़ेगा।  खुद पर विश्वास ऐसी चीज है, जो हमारी प्रोडक्टिविटी को बढ़ाता है। हमारे सकारात्मक विचारों को विकसित करता है। और नकारात्मक विचारों को खत्म करता है।

स्वामी विवेकानंद ने कहा था-” अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करो और सभी दूसरे विचारों को अपने दिमाग से निकाल दो, यही सफलता की कुंजी है।”

8. खुद का निर्णय:-

 ऐसा क्यों होता है, कि हममें से अधिकांश लोग  असफल हो जाते हैं? या काफी मशक्कत करने के पश्चात सफलता प्राप्त करते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण- हमारे अंदर खुद का निर्णय लेने की क्षमता का कमजोर होना है।


हम अक्सर ही निर्णय लेने से पहले ऐसे लोगों से परामर्श करते हैं, जिनको या तो जानकारी नहीं है। या वह नकारात्मकता के शिकार हैं। ऐसे लोग हमें कभी सही निर्णय नहीं दे सकते। आपके अंदर कितनी क्षमता है यह आप से बेहतर कोई नहीं समझ सकता तो आप ऐसे लोगों से क्यों पूछते हैं? जो आपको केवल चेहरे से पहचानते हैं। आपकी क्षमताओं को नहीं जानते हैं।

अगर आप वास्तव में सफल होना चाहते हैं। तो खुद का निर्णय लें,  क्योंकि जीवन में वही व्यक्ति सफल होता है, जो अपने जीवन में कुछ कठोर निर्णय लेता है। और उसको जीवन में अमल करता है।

9. अपने भाग्य को कर्म से निर्धारित करें:- 

 एक सत्य वचन है कि- “कर्म ही पूजा है और कर्म के द्वारा ही भाग्य का निर्धारण होता है।”


 हर मनुष्य के भाग्य का निर्धारण उसके जन्म के पश्चात प्रारंभ होता है। वह जैसे- जैसे कार्य करता है, उसका भाग्य वैसे- वैसे बदलता रहता है। अगर कोई विद्यार्थी पढ़ने पर ध्यान देने लगेगा। तो वह डॉक्टर,  इंजीनियर या प्रशासनिक अधिकारी बन सकता है।


वहीं यदि विद्यार्थी का मन पढ़ाई में न लगकर खेल-कूद में लगता है। तो वह क्रिकेटर,  हॉकी प्लेयर या कोई अन्य प्रकार का खिलाड़ी बन सकता है। कुछ लोगों की धारणा भाग्य भरोसे वाली होती है। यह सदा गलत है। भाग्य के भरोसे हमें कुछ भी हासिल नहीं हो सकता है।

अतः हमें हमेशा अपना लक्ष्य निर्धारित कर परिश्रम करना चाहिए। खुद पर विश्वास के माध्यम से अपने भाग्य का निर्धारण करना चाहिए। अर्थात अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए।

10. दूर दृष्टिकोण को अपनाएं:-

हमें हमेशा कोई भी कार्य प्रारंभ करने से पहले उसके परिणाम के बारे में सोचना चाहिए। इससे हम गलत रास्ते पर जाने से बच जाते हैं। ऐसा करके हम अपने लक्ष्य की ओर तीव्र गति से बढ़ पाते हैं।


11. समय के महत्व को समझें:-

हमारे पास प्रतिदिन 24 घंटे ही होते हैं। उसमें से भी 10 से 12 घंटा ही हम कार्य कर सकते हैं। जो कि काफी मूल्यवान है। इस समय को हमें व्यर्थ में नहीं गवाना चाहिए।   


कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो अपने मूल्यवान समय को गप्पे मारने और  बिना मकसद के घूमने में बर्बाद कर देते हैं। जब समय निकल जाता है, तो अपनी असफलता का कारण घरवालों पर या ऐसे लोगों पर लगाते हैं। जो वास्तव में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होते हैं।

हमारा यही समय हमारी सफलता को निर्धारित करता है।इसलिए समय को बर्बाद करना बंद करें और अपना समय लोगों को देने में कंजूसी करना सीखें।




12. कठिनाइयों का सामना करें:- 

जब हम अपना लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं। तो रास्ते में कुछ कठिनाइयां आती है, जो कि स्वाभाविक है। ऐसे समय में हमें इन कठिनाइयों के बारे में सोच कर बैठना नहीं चाहिए। बल्कि उसका तुरंत समाधान करना चाहिए। अगर हम ऐसा कर पाते हैं तो जीवन में सफलता प्राप्त करने से हमें कोई नहीं रोक सकता।


जीवन में सफल होने के संदर्भ में हमने जिन मंत्रों का उल्लेख किया है। अगर आप सच्चे दिल से खुद का निर्णय लेकर पूर्ण विश्वास के साथ पालन करते हैं। तो आप जीवन में जो भी लक्ष्य निर्धारित किए होंगे, उसे निश्चित रूप से प्राप्त कर पाएंगे।

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